मप्र जन अभियान परिषद से जुड़कर ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति एक तरफ जहां नेतृत्व कौशल  के गुण सीख रही है वहीं परिषद से सीखने के बाद उसका प्रयोग वे ग्राम में भी कर रही हैं। ऐसी ही एक कहानी है, वन ग्राम साजड़ी के बारेलाल नायक की । बारेलाल नायक एक वनग्राम के निवासी हैं, लेकिन ग्राम का साक्षर करने का जनून उनके मन में परिषद  से जुड़ने के बाद और जागा है। श्री नायक मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास पाठयक्रम के भी विद्यार्थी हैं। एवं पाठयक्रम के नेतृत्व कौशल  की पढ़ाई के साथ सैकड़ों नागरिकों को साक्षर करने में अपना योगदान दे चुके हैं।  ग्राम साजड़ी में निरक्षरता की स्थिति देख बारेलाल के मन में ग्राम को शिक्षित  करने का विचार आया। बारेलाल ने अपने कृषि कार्य के अलावा श्याम के समय 5 व्यक्ति से इस कार्य की शुरूआत की। फिर धिरे- धिरे कई व्यक्ति एवं ग्रामीण जुड़ते गए। ग्राम में अब तक 20 व्यक्तियों को साक्षर समिति कर चुकी है। बारेलाल नायक ने इसके बाद इस कार्य को आगे बढ़ाने अपनी समिति का पंजीयन बंजारा समाज कल्याण समिति के नाम से कराया। क्यों ग्राम साजड़ी में बजारा समाज अधिक है एवं इनमें अशिक्षा की स्थिति हैं। श्री नायक अब ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के साथ नवांकुर संस्था का भी संचालन कर रहे है, साथ ही अपने एनजीओं के माध्यम से स्कूल का भी संचालन कर रहे हैं। बारेलाल अपने सेक्टर चिखलौद में गरीब बच्चों को  शिक्षा  दे रहे हैं कुछ बच्चों को इसमें मुफत शिक्षा भी दी जा रही है। नवांकुर संस्था सभी समितियों के सदस्यों से ऐसे कार्य की उम्मीद करती है।

न्यूज़ सोर्स : सफलता की कहानी - प्रस्तुतकर्ता-हरनाम ककोड़िया नवांकुर-गौहरगंज सेक्टर