दुनियाभर में कॉफी के शौकीनों की कमी नहीं है। कुछ लोगों की सुबह की शुरुआत ही कॉफी से होती है। यह शरीर को ऊर्जावान बनाती है। एक गरमागरम कॉफी खराब मूड को बेहतर बनाने के लिए काफी है। अगर आप सीमित मात्रा में कॉफी पीते हैं, तो यह आपके सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। अगर आप जरूरत से ज्यादा कॉफी पीते हैं, तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। कॉफी से जुड़े कुछ मिथक भी लोगों के बीच प्रचलित हैं। जिन्हें लोग सच मानते हैं। ऐसे में आज आपको इस आर्टिकल में कॉफी से जुड़े इन मिथक और फैक्ट्स के बारे में बताएंगे।

मिथ- कैलोरी बर्न करती है कॉफी

तथ्य- माना जाता है कि कॉफी कैलोरी बर्न करने में मदद करती है, जिससे वजन तेजी से कम होता है। आपको बता दें कि कॉफी पीने से कैलोरी बर्न नहीं होती है, बल्कि इससे आपकी भूख कम होती है। जिससे आप ज्यादा खाने से बचते हैं। जरूरत से ज्यादा कॉफी पीने से परहेज करें।

मिथ- डिकैफ कॉफी में कैफीन नहीं होता है

तथ्य- एक्सपर्ट के अनुसार, भले ही आपकी कॉफी डिकैफ़िनेटेड हो, लेकिन इसमें कैफीन पाया जाता है। हालांकि कुछ डिकैफिनेटेड ड्रिंक्स में सामान्य कॉफी की तुलना में कैफिन की मात्रा कम होती है।

मिथ- कॉफी लत का कारण बन सकती है।

तथ्य- अगर आप कॉफी पीने के शौकीन हैं, तो इसमें मौजूद कैफीन तंत्रिका तंत्र के लिए हानिकारक होता है। आपको इस ड्रिंक को पीने की आदत हो सकती है, लेकिन इसे छोड़ना भी काफी आसान है।

मिथ- प्रेग्नेंसी में नहीं पीना चाहिए कॉफी ।

तथ्य- हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, रोजाना 200 मिलीग्राम कैफीन शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को कॉफी कम मात्रा में पीना चाहिए। हालांकि प्रेग्नेंसी में कॉफी पीना सेहत के लिए बेहतर है या नहीं, इसके लिए आप अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

मिथ- कॉफी पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

तथ्य- कॉफी में मौजूद कैफीन डिहाइड्रेशन का कारण बनता है। माना जाता है कि अधिक मात्रा में कॉफी पीने से बार-बार यूरिन निकलने की समस्या हो सकती है, जिससे शरीर में पानी की कमी होती है। हालांकि यह मिथ पूरी तरह सच नहीं है।

मिथ- कॉफी अनिद्रा का कारण बनती है

तथ्य- माना जाता है कि कॉफी पीने से अनिद्रा के शिकार हो सकते हैं। लेकिन आप रात में सोने से पहले कॉफी पीने से बचें। हालांकि, सोने के 6 घंटे पहले कॉफी पी सकते हैं, इससे आपको नींद में कोई कमी नहीं आएगी।