पटना । जदयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा में शामिल होते ही आलोक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश को बहुत लोग पलटीमार कहते हैं, जो बिल्कुल सही है। इस दौरान उन्होंने आनंद मोहन को रिहा करने के फैसले पर नीतीश कुमार को घेरा। उन्होंने कहा कि 87 साल बाद 2012 में नीतीश कुमार ने ही जेल मैन्युअल में संशोधन किया था। तब यह क्लॉज डाला था, कि अगर सरकारी सेवक की हत्या होगी तब उस कभी रिहा नहीं किया जाएगा।
आलोक ने कहा कि नीतीश ने उस समय जेल मैन्युअल में बदलाव किया, जिससे जेल से बाहर आने वाले अपराधी छूट न पाए। अब आनंद मोहन और बाकी कैदियों को उन्हें रिहा करना था, इसकारण उन्होंने फिर से संशोधन किया। कई दुर्दांत अपराधी को छोड़ा गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब दलितों की हत्या करने वालों को इसकारण छोड़ा जाएगा कि वहां अमूक जाति से है।
बता दें कि अजय आलोक ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ली। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव मौजूद रहे। पिछले साल जून में जदयू ने पार्टी से बाहर जाकर बयानबाजी करने पर अजय को जदयू से निकाल दिया था। पिछले कुछ महीनों से अजय आलोक के भाजपा में शामिल होने की चर्चा थी। वे लगातार सार्वजनिक मंच पर भाजपा के पक्ष में बोलते दिखते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर मल्लिकार्जुन खरगे के टिप्पणी करने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को घेरा था।