कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़नी शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं। अब विदेश से आने वालों की कोविड सैंपलिंग होना अनिवार्य है। यदि कोई भी व्यक्ति संक्रमित मिलता है तो महज 24 घंटे के अंदर उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जाएगी। जिससे संक्रमित के संपर्क में आने वाले लोगों की भी सैंपलिंग की जा सके।

गाइडलाइन के अनुसार खांसी जुकाम, बुखार के साथ सांस लेने वाले मरीजों की 24 घंटे के अंदर जांच कराई जाएगी। जो भी मरीज कोविड ग्रसित मिलेंगे सभी का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ के केजीएमयू में भेजा जाएगा। कोरोना के बाद सक्रिय नहीं रहे कोविड कमांड सेंटर को भी दोबारा से सक्रिय करने की तैयारी है। इसी के साथ आशा और आंगनबाड़ी को कोविड के लक्षण वाले मरीजों को मेडिसिन किट भी बांटने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उधर, गाइड लाइन जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 11 और 12 अप्रैल को कोविड का माकड्रिल भी होना है। इससे पहले ही सभी वेंटिलेटर, आक्सीजन बेड, आइसीयू, दवाएं और लाजिस्टिक को पूरा करना है। सीएमओ डा. बलवीर सिंह का कहना है कि जब कोरोना के मरीज बढ़ना शुरू हुए थे उसी वक्त उन्होंने सभी कुछ दुरुस्त करा लिया था। यदि मरीजों की संख्या बढ़ी तो उनके पास पर्याप्त संसाधन हैं।

पहले बेटा अब मां कोरोना संक्रमित, कुल सात लोग पीड़ित

शुक्रवार को जिले में दो और कोरोना संक्रमित मरीज मिले। जिसमें एक कर्मचारी नगर की रहने वाली एक महिला शामिल है। बीते दिनों पीड़ित का बेटा कोरोना संक्रमित मिला था। उसके संपर्क में आने के बाद महिला को भी सर्दी जुकाम शुरू हो गया। जांच कराई तो रिपोर्ट पाजिटिव आई है। तो वहीं दूसरी ओर एक राजकीय डिग्री कालेज की महिला सहायक प्रोफेसर भी कोरोना संक्रमित मिली हैं। वह बीते दिनों दिल्ली गई थी वहां से वापस आने पर बुखार आया। तो जांच कराई, जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है।