नीमच  मध्य प्रदेश के नीमच में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को आतंकवादी कहे जाने पर पुलिस ने 11 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. स्थानीय लोगों ने मंत्री मिश्रा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर अशोभनीय नारेबाजी की थी. ये सभी लोग खरगोन की घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे. बता दें कि मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा में पथराव और आगजनी की घटना हुई थी. इसमें कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. पुलिस ने आरोपियों को चिह्रित कर जेसीबी से उनके घरों को गिरा दिया है. इस कार्रवाई के बाद मुस्लिम समाज के लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है. 

इन नामजद पर केस

शुक्रवार को नीमच में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज की कमेटी के सदस्य बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे थे. इसी दौरान विवादित नारेबाजी की गई. मामले में कैंट पुलिस ने गुलाम रसूल, सलीम उर्फ गुडलक, यासीन, जावेद, सईद, वसीम, छोटू, राजा, पूर्व पार्षद इकबाल हुसैन, असलम कोरियर, आसिफ मंसूरी के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी करने पर केस दर्ज किया है. इसके अलावा, धारा 144 के उल्लंघन करने पर भी केस दर्ज किया. इसमें 150 से 200 के खिलाफ धारा 188 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई. 

विवादित नारेबाजी का वीडियो सामने आया

बताते हैं कि समुदाय विशेष के लोग जब एसपी को ज्ञापन देने जा रहे थे तो रास्ते में उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस नारेबाजी का वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, इसमें लोग गृहमंत्री को आतंकवादी बोल रहे हैं. मामला सामने आने पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

ज्ञापन देने इकट्ठे हुए थे लोग

नीमच एसपी सूरज वर्मा ने बताया कि ये लोग ज्ञापन देने के लिए इकट्ठे हुए थे और ज्ञापन देने से पहले उन्होंने नारेबाजी की थी, जिसमें आपत्तिजनक और भड़काऊ टाइप के नारेबाजी की थी जिसे संज्ञान में लेकर केस दर्ज किया गया है. इनमें 11 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. बाकी अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा इन लोगों से बॉन्ड भरवाने की कार्रवाई की गई है, ताकि ये लोग इस तरह का कोई काम ना करें. 

खरगोन में 300 घरों को जला दिया गया था 

खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा पर पहले पथराव किया गया, फिर कई वाहनों में तोड़फोड़ की घटना हुई थी. उपद्रियों ने 300 से ज्यादा घरों और दुकानों को जला दिया था. इस मामले में पुलिस ने 70 से ज्यादा दंगाइयों को अरेस्ट किया है. इसके साथ ही अन्य लोगों की पहचान की जा रही है.