मध्यप्रदेश में राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन मंगलवार को बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगा। इसमें उन्होंने आह्वान किया कि जिन लोगो को ऊपरी बाधा, भूत-प्रेत लगे हैं, वे मुट्ठी बांध लें और फूंक मारे। जैसे ही उन्होंने कुछ मंत्रों का जाप किया पंडाल में लगभग 10 से 15 महिला-पुरुष चीखते-चिल्लाते हुए अजीब हरकतें करने लगे। आगे बने हुए हिस्से में पहुंच गए। इससे वहां बैठे लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।  

धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार पूरे देश में प्रसिद्ध है। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से महिला-पुरुष अपनी समस्याओं को दूर करने आते हैं। खिलचीपुर में भी ऐसे कई लोग शामिल हुए। लोगों की अर्जी सुनने के बाद शास्त्री ने मंच से कुछ मंत्रों का उच्चारण किया तो समस्या बताने आए लोग अजीब हरकतें करने लगे। धीरेन्द्र शास्त्री ने उन लोगों को आगे बुलाया। कुछ महिला-पुरुष तो बैरिकेट्स को पकड़कर धक्का मारते भी देखे गए। कुछ महिलाएं जमीन पर लोट लगाने लगी। मंच से ही शास्त्री ने कहा कि बाबा की सेना इन्हें मार लगाओ। ये जितने भी भूत-प्रेत सामने हैं, इनको उठा-उठाकर फेंका जाए। कुछ देर बाद धीरेन्द्र शास्त्री यह कहते हुए निकल गए कुछ देर के बाद हनुमंत कथा सुनाई जाएगी।