भोपाल। दिल्ली-मुंबई के बीच बनाए जा रहे एक्सप्रेस-वे के मध्यप्रदेश के हिस्से का काम पूरा हो गया है। इसे देखने के लिए 4 जुलाई को केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के मध्यप्रदेश प्रवास पर आने का कार्यक्रम बन रहा है। 1300 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का 244 किमी लंबा हिस्सा मध्यप्रदेश में बनाया गया है। हालांकि अब तक गडकरी का मप्र आने का कोई कार्यक्रम नहीं है।
मंत्री ने पिछले दिनों रतलाम तक के हिस्से के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय भी मांग लिया है। उसी कड़ी में वे खुद नवनिर्मित हाईवे का मुआयना कर यह देखना चाहते हैं कि कहीं कोई कमीबेशी तो नहीं रह गई और हाईवे व उससे जुड़ी सुविधाएं मानक स्तर की हैं या नहीं। आधिकारिक सूत्रों ने गडकरी के आगामी दौरे की पुष्टि करते हुए बताया कि दौरे का पूरा रूट अभी तय नहीं है, लेकिन उनके रतलाम तक एक्सप्रेस-वे देखने का कार्यक्रम जरूर बन रहा है। 4 जुलाई की तारीख करीब-करीब तय मानी जा रही है। मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर केंद्र सरकार ने 11120 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। यह हाईवे प्रदेश के मंदसौर, रतलाम और झाबुआ जिलों से होकर गुजरेगा। मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे में दाखिल होने और बाहर निकलने के लिए सात इंटरचेंज बनाए गए हैं। ये इंटरचेंज भानपुरा, गरोठ, दलावदा, भूतेड़ा, नामली, धामनोद (रतलाम) और झाबुआ के पास स्थित टिमरवानी में बनाए गए हैं।
सांसद शंकर लालवानी भी गडकरी के आगामी दौरे को लेकर उनसे संपर्क करेंगे। वे इंदौर के कुछ प्रोजेक्ट के कार्यों का शुभारंभ उनके हाथों से कराना चाहते हैं। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हाल ही में इंदौर-देवास हाईवे और इंदौर बायपास पर अर्जुन बड़ौदा, एमआर-10, रालामंडल पर फ्लायओवर निर्माण शुरू किया है। इसके अलावा इंदौर-खलघाट रोड स्थित खतरनाक बाकानेर घाट (गणेश घाट) को बायपास करने के लिए नौ किमी लंबा सिक्स लेन हाईवे भी बनना शुरू हो गया है।