बालाघाट। मप्र के ग्रामीण इलाकों में शराब परिवारों को बर्बाद कर रही है।  ऐसा कोई ग्राम नहीं है जहां शराब न बिकती हो। ठेकेदारी प्रथा ने  असली -नकली , वैध -अवैध  का भ्रम फैलाकर अपनी दुकानें हर ग्राम-ग्राम में तान दी है। ऐसा ही एक नजारा मप्र के बालाघाट का है जहां शराब माफिया राजनीतिक संरक्षण् में परिवारों को बर्बाद कर रहा है। इस बीच जिले के लांजी क्षेत्र में एक उम्मीद की किरण जागी है। अब सर्व समुदाय की महिलाओं  ने क्षेत्र की सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति उमरे के नेतृत्व में  शराब  को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया है। खास बात यह है कि यह अभियान हर दिन चल रहा है साथ ही सैकड़ों महिलाएं नशा मुक्ति का संदेश ग्राम ग्राम में दे रही हैं। महिलाओं का कहना हैै कि जब तक शराब पर पूर्णतः पाबंदी नहीं लगेगी और जनता नशे को लेकर जागरूक नहीं होगी हमारा  अभियान चलता रहेगा। 

न्यूज़ सोर्स : ipm