भोपाल । उच्च शिक्षा विभाग द्वारा यूजी-पीजी कॉलेजों में ई- प्रवेश के लिए संचालित की जा प्रक्रिया में अब तक मात्र सवा लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अभी भी यूजी व पीजी की करीब 8.39 लाख सीटें खाली है। यूजी और पीजी में प्रवेश के लिए पहला मुख्य राउंड खत्म हो चुका है। यूजी-पीजी में अब तक मात्र 1.15 लाख प्रवेश हुए हैं, जबकि 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आवंटित सीटें छोड़ दी हैं। प्रदेश के 1318 कालेजों की यूजी-पीजी की करीब 9.54 लाख सीटों के लिए ई-प्रवेश प्रक्रिया चलाई जा रही है। इस तरह यूजी-पीजी की करीब 8.39 लाख सीटें अभी भी खाली हैं। इसके लिए कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) चरण चलाए जा रहे हैं। यूजी में अब तक आवंटित करीब 1.28 सीटों में से 85,062 पर ही प्रवेश हुए हैं और 43,475 ने सीटें छोड़ दी है। पीजी में आवंटित 47,079 सीटों में से 30,158 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है और 16,921 ने सीटें छोड़ी हैं। विभाग द्वारा केवल एक ही मुख्य राउंड चलाया जा रहा है। अब शेष 8.39 लाख सीटों को सीएलसी राउंड चलाकर भरा जाएगा। यूजी पीजी में प्रवेश के लिए सीएलसी का पहला चरण भी जारी है। इसमें यूजी-पीजी में अब तक 2.15 लाख ने अपनी पसंद के कालेज का विकल्प चुना है। इसमें यूजी में सवा लाख नए पंजीयन और 2.21 लाख ने अपने पसंद के कालेज का विकल्प दिया है। वहीं पीजी में 45 हजार पंजीयन और 63 हजार विद्यार्थियों ने पसंदीदा कालेज का विकल्प भरा है। विभाग द्वारा 1279 कालेजों से ई-प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसमें पहले चरण के बाद पहले सीएलसी राउंड से 39 नए निजी कालेज जोड़े गए हैं। इसके बाद कालेजों की संख्या बढ़कर 1318 हो गई हैं। सीटों की संख्या भी 8.87 लाख से बढ़कर 9.54 पहुंच गई है। ऐसे में अब दूसरे चरण के विद्यार्थियों के लिए विकल्प बढ़ गए हैं। हालांकि 39 कालेजों में प्रवेश का मौका सीएलसी प्रथम चरण में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा। विद्यार्थियों का सीट छोड़ने के पीछे कालेजों का विकल्प बढ़ना भी है।