मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में सभी आदिवासी परिवार जंगलों में निवास करते हैं, अंतिम छोर पर बसे होने के कारण आदिवासी बच्चे शिक्षा से वंचित रहकर अशिक्षित रह जाते हैंण् ऐसे में वो किसी भी बहकावे में आकर मुख्यधारा से हटकर गलत राह पर चल पड़ते हैं  इस बीच आदिवासी इलाकों में शिक्षा की हालत सुधारने बालाघाट कलेक्टर ने अनुकरणीय पहल शुरू की है। संवेदनशील इलाकों में पहुंच कर वहां के स्कूली बच्चों को स्कूल बैग, किताबें, कॉपियां, स्लेट बांटी. बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने का यह एक बेहतरीन प्रयास है.

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