लंदन  । कई बार लोगों की जुबान पर ऐसा गाना भी चढ़ जाता है जो उनको पसंद भी नहीं होता है।वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया में 98 फीसदी लोगों को जीवन में कम से कम एक बार ये अनुभव जरूर होता है। क्या कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? म्यूजिक पर अध्ययन करने वाले काफी समय से ये राज को जानने में जुटे हैं कि आखिर कोई इतना लोकप्रिय और कर्णप्रिय कैसे बन जाता है और बड़ी संख्या में लोगों की जुबान पर चढ़ जाता है।क्या वजह है कि कोई गाना लोगों की दिमाग में घुसने के बाद काफी समय तक निकल ही नहीं पाता है।संगीत की दुनिया में बार-बार एक ही गाना गुनगुनाने की प्रवृत्ति को इनवॉलेंटरी म्यूजिकल इमेजरी कहा जाता है।
कुछ लोग इसका आनंद लेते हैं और कुछ लोग बार-बार गुनगुनाने से परेशान होने लगते हैं।किसी गाने को बार-बार गुनगुनाने को लेकर ऑस्ट्रेलिया की न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड मीडिया में अध्ययन किया गया है।मुख्य अध्ययनकर्ता प्रोफेसर एमरी शूबर्ट के मुताबिक, संगीत में एक ही धुन का दोहराव कई बार होता ही है।फिर भी ज्यादातर गीतों में ऐसे हिस्से जरूर रखे जाते हैं, जो बार-बार दोहराए जा सकें।ये शोध इंपीरिकल म्यूजिकोलॉजी लैब में किया गया है।इस शोध के दौरान टीम ने बड़ी मात्रा में सामग्री जुटाकर उसका विश्लेषण किया।नतीजे कहते हैं कि लोगों के दिमाग में अटकने के लिए किसी गाने में ईयर वॉर्म का होना जरूरी है।
अब आप सोच रहे होंगे कि ये ईयर वॉर्म क्या है? प्रोफेसर एमरी शूबर्ट के मुताबिक, ईयर वॉर्म किसी गाने की वो धुन या पक्तियां होती हैं, जो गाने में सबसे ज्यादा बार दोहराए जाने के कारण दिमाग में अटक जाती हैं।उनके मुताबिक, ईयर वॉर्म पर हुए तमाम शोधों में यह जानने की कोशिश की गई है कि गाने का ऐसा कौन सा हिस्सा है, जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच सकता है।हालांकि, इन शोधों में इस पर विचार नहीं किया गया कि गाने का हुक वो हिस्सा है, जो उसमें बार-बार दोहराया जाता है।इसमें जब गाने की किसी लाइन को एकसाथ कई लोग गाते हैं तो लोगों का ध्यान उसकी तरफ ज्यादा जाता है।
प्रोफेसर शूबर्ट के मुताबिक, ईयर वॉर्म का म्यूजिक से कोई लेना देना नहीं है।इस पर म्यूजिक की क्वालिटी का कोई फर्क नहीं पड़ता है, बल्कि दोहराई गई लाइनों का ज्यादा असर होता है.शूबर्ट कहती हैं कि गाने की किसी लाइन का बार-बार दोहराव दिमाग में गाने के अटकने का सिर्फ एक कारण है।इसके अलावा गाने की कई दूसरी खूबियां भी होती हैं, जिनकी वजह से लोग किसी गाने को बार-बार दोहराते हैं।डायचे वेले की रिपोर्ट के मुताबिक, वह कहती हैं कि अगर किसी गाने में कोई लाइन बार-बार दोहराई जा रही हो और म्यूजिक बहुत अच्छा हो तो भी ये जरूरी नहीं है कि वो आपके दिमाग में अटक ही जाए।इसके लिए ये भी जरूरी है कि लोग उस म्यूजिक और लैंग्वेज से भी परिचित हों, जिसमें गाना बनाया गया है।दूसरे शब्दों में कहें तो सुनने वाले को गाना सुनने के लिए दिमाग ना लगाना पड़े।गाना गुनगुनाने की स्थिति तभी आएगी, जब व्यक्ति अपना रोजमर्रा का काम करते हुए भी उसे दोहराने में सहज हो।
शोध रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप किसी ऐसे काम को कर रहे हैं, जिसमें आपका पूरा ध्यान उसी की तरफ है तो आप किसी गाने को बार-बार नहीं दोहरा पाते हैं।आप चाहते हैं कि आप पूरे ध्यान से अपना काम निपटाएं।अगर ऐसे में कोई गाना आपके दिमाग में अटककर आपका ध्यान भटकाता है तो आप ईयर वॉर्म से परेशान हो सकते हैं।दरअसल, अगर आप आराम से बैठे हैं और आपका दिमाग शांत है तब कोई गाना दिमाग में बार-बार आता है और उसे गुनगुनाते हैं तो इसके लिए आपको ज्यादा जतन नहीं करना पड़ेगा।