डेनमार्क के आईएसएस समूह की सब्सिडियरी आईएसएस फैसिलिटी सर्विसेज इंडिया की योजना अगले दो वर्ष में करीब 25,000 लोगों की नियुक्ति करने और अपने कारोबार का विस्तार करके वर्ष 2025 तक अपना राजस्व दोगुना कर 2,500 करोड़ रुपये पहुंचाने की है। आईएसएस कार्यस्थल अनुभव और सुविधा प्रबंधन कंपनी है और दुनियाभर में उसके 3,50,000 से अधिक कर्मचारी हैं। 2021 में आईएसएस समूह का वैश्विक राजस्व 71 अरब दानिश क्रोन था। कंपनी ने वर्ष 2005 में भारत में कदम रखा था।

आईएसएस फैसिलिटी सर्विसेज इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकार एवं कंट्री मैनेजर अक्ष रोहतगी ने ‘PTI’ से कहा, भारत में हमारे पास 800 से अधिक ग्राहक, 4,500 से अधिक स्थल और 50,000 से अधिक कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा, हम हर तरह की गैर-प्रमुख सेवाएं देते हैं जिससे ग्राहक अपने मुख्य कार्य पर ध्यान दे सकें। रोहतगी ने कहा कि कार्यालय बंद होने और कंपनियों द्वारा वर्क-फ्रॉम-होम मॉडल को अपनाने के कारण महामारी ने उनके व्यवसाय को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि कंपनी के वर्तमान में 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में परिचालन है।

कई अन्य उद्योगों की तरह, उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने कार्यालयों के बंद होने और घर से काम करने की अवधारणा को अपनाने के कारण उसके व्यवसाय को प्रभावित किया। उन्होंने कहा, हमारे राजस्व में 2020 में लगभग 20 फीसदी और 2021 में 10 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन अब कार्यालयों के खुलने से हमारी सेवाओं की मांग में सुधार हुआ है।

रोहतगी ने कहा कि अगले कैलेंडर वर्ष में कंपनी का कारोबार पूर्व-कोविड ​​​​स्तर को पार कर जाएगा। इसने 2019 में 1,800 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व जुटाया था। नियुक्तियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, अगले दो वर्षों में हमारे कर्मचारियों की संख्या 70,000-75,000 तक पहुंच जाएगी। रोहतगी ने बताया कि इस व्यवसाय में 30-35 फीसदी नौकरी छोड़ने की दर अधिक है और इसलिए सही लोगों को ढूंढना और उन्हें बनाए रखना एक चुनौती है।