म.प्र. जन अभियान परिषद् में 78वां स्‍वतंत्रता दिवस समारोह परंपरागत गरिमा एवं उल्‍लासमय वातावरण में संपन्‍न हुआ। ध्‍वजारोहण परिषद् के कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेन्‍द्र कुमार पाण्‍डेय ने किया। परिषद् परिवार को दिये उद्बोधन में उन्‍होंने भारत के 5 हजार वर्षों की समृद्ध परंपरा को रेखांकित किया। उन्‍होंने सपष्‍ट किया कि कालचक्र के किसी समय में हम शोध और नवाचार में सिरमौर थे। हमारे यशस्‍वी प्राधानमंत्री जी का यही स्‍वप्‍न है कि विकसित भारत में वहीं स्थिति और महत्‍व अर्जित करे।

स्‍वतंत्र भारत में विकास के विविध चरणों को तथ्‍यात्‍मक दृष्टिसे प्रस्‍तुत करते हुये डॉ. पाण्‍डेय ने स्‍पष्‍ट किया कि कृषि हो या अंतरिक्ष विज्ञान, उद्योग हो या अद्य:संरचना, खेल हो या साहित्‍य हमने हर आयाम पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। सूचना प्रौद्योगिकी में दुनिया हमारा लोहा मान रही है।

प्रदेश के विकास की चर्चा करते हुये उन्‍होंने कहा कि हम सब के लिये यह गर्व की बात है कि अनेक विकास मानकों में हम राष्‍ट्रीय मानकों से भी श्रेष्‍ठ है। कृषि प्रणाली और अद्य:संरचना के विकास ने संभावनाओं के नये द्वार खोले है। शिक्षा के क्षेत्र में भी अब मध्‍यप्रदेश अपना नाम स्‍थापित कर रहा है।

परिषद् की उपलब्धियों की चर्चा करते हुये कार्यपालक निदेशक ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में हमारी उपलब्धियों ने सभी का ध्‍यान आकृष्‍ट किया है। शासकीय अभियानों में परिषद् की सहभागिता सफलता की शर्त बन गई है। परिषद् उपलब्धियों का श्रेय उन्‍होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की निष्‍ठा पूर्ण सेवाओं और दिन-ब-दिन मजबूत होते नेटवर्क को दिया।

समारोह का आरंभ भारत माता के चित्र पर पुष्‍पांजलि से हुआ। समारोह में राज्‍य कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ परिषद् नेटवर्क की प्रस्‍फुटन समितियों, नवांकुर संस्‍थाओं, CMCLDP परामर्शदाता और छात्रों के साथ उनके परिवारजनों ने भी सक्रिय सहभागिता की। समारोह में देशभक्ति पूर्ण सांगीतिक प्रस्‍तुतियों ने समां बांध दिया। परिषद् नेटवर्क से जुड़े परिवार के बच्‍चों ने भी अपनी प्रस्‍तुति दीं। कार्यपालक निदेशक महोदय ने सभी प्रस्‍तुतियों का उत्‍साहवर्धन किया।

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न्यूज़ सोर्स : ipm