सामाजिक सशक्तिकरण के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण की ओर भी कदम बढ़ा रही परिषद
आज मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के संभाग कार्यालय रीवा में संभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में रीवा, सतना, सीधी एवं सिंगरौली जिले के सभी जिला समन्वयक एवं विकासखंड समन्वयक सम्मिलित हुए। बैठक में सभी जिलों से आए जिला समन्वयकों द्वारा अपने-अपने जिले का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से किए जा रहे सामुदायिक कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण के उपरांत सभी विकासखंड के विकासखंड समन्वयकों द्वारा उत्कृष्ट कार्यो के अनुभव कथन प्रस्तुत किए गए। बैठक के दौरान रीवा संभाग के समस्त जिला तथा विकासखण्ड समन्वयकों को दिये अपने उद्बोधन में रीवा संभाग में चल रहे परिषद के सभी योजनाओं की प्रगति के संबंध में संतोष व्यक्त करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रत्येक जिलों में चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत किए गए कार्यों की सराहना की। साथ ही कहा कि जन अभियान परिषद शासन और समाज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। माननीय मुख्यमंत्री जी जन अभियान परिषद के माननीय अध्यक्ष होने के साथ साथ हम सभी के मार्गदर्शक भी हैं। अतः उनके दिखाए गए रास्तों पर चलकर परिषद की गतिविधियों व लक्ष्यों की 100% प्रतिशत प्राप्ति करना हम सभी का प्रमुख दायित्व है। उद्बोधन के दौरान आशा प्रकट की गई कि सभी परिषद से जुड़े स्वयंसेवी कार्यकर्ता भविष्य में भी सभी सामाजिक विषयों से लगातार जुड़कर समाज सेवा के इस प्रकल्प में अपना मूल्यवान योगदान करते रहे, जिससे समाज के अंतिम से अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाएं सुलभता से पहुंच सके। परिषद् के अमले एवं नेटवर्क द्वारा किए गए इस मूल्यवान सहयोग से गांव में जो खुशहाली निर्मित होती है या किसी के जीवन में थोड़ा भी परिवर्तन आता है वह कहीं ना कहीं हम सभी को आत्मिक सुख की अनुभूति कराता है। यह भी कहा कि हमें अपने प्रत्येक कार्य में कड़ी मेहनत लगन निष्ठा पारदर्शिता और चरित्रवान होकर काम करने की जरूरत है, जिससे हम आने वाले समय में परिषद को उन ऊंचाइयों पर ले जा सके, जिन ऊंचाई पर राज्य शासन हमसे अपेक्षा रखता है। बैठक के दूसरे सत्र में सभी नवांकुर संस्थाओं और परामर्शदाताओं से संवाद करते हुए कहा कि शासन स्तर पर परिषद प्रयासरत है कि जन अभियान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं के सामाजिक सशक्तिकरण के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण भी हो सके।