भोपाल    भोपाल नगर निगम परिषद की कार्यवाई के दौरान काफी हंगामा हुआ। इस दौरान प्रश्नकाल में कुल 10 सवाल उठाए गए। सबसे ज्यादा हंगामा अतिक्रमण अधिकारी कमर शाकिब की योग्यता को लेकर हुआ है। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने शाकिब की योग्यता पूछी, लेकिन एमआईसी मेंबर आनंद अग्रवाल जवाब नहीं दे सके तो दूसरे मेंबर रविंद्र यती को जवाब देने उठना पड़ा। इस दौरान भोपाल सासंद ने भी नियमों को ताक पर रखते हुए एक कृत्य किया। दरअसल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर गनमैन को लेकर सदन में पहुंची थी। हालांकि, बाद में सांसद ने गलती मानी। लेकिन भोपाल की महापौर मालती राय ने कहा कि यह निगम की सुरक्षा का विषय है। इसे देखना चाहिए था। इसी कड़ी में सांसद ठाकुर ने कहा कि गुलामी का प्रतीक हटाकर हम पुन: भारत का इतिहास बदलने का दम रखते हैं। हम भोपाल का भी इतिहास बदलने और पुन: निर्माण करने के लिए खड़े हैं।  उन्होंने कहा कि हलाल नाम अशुद्ध है। इसे हटाया जाना चाहिए। प्रस्ताव रखते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि हलालपुरा बस स्टैंड का नाम हनुमानगढ़ी बस स्टैंड रखा जाए। लालघाटी चौराहे पर कई हत्याएं हुई हैं। इस दौरान कई वीर-वीरांगानाएं शहीद हुई। इसलिए हम उसे याद न करते हुए नमन करें और चौराहे का नाम श्री महेंद्रनारायण दास जी महाराज सर्वेश्वर चौराहा रखा जाए। जिसके बाद अध्यक्ष सूर्यवंशी ने दोनों ही प्रस्ताव को पारित किए जाने की बात कहीं।इस दौरान कुल 58 भाजपा पार्षदों की होटल में हुई मीटिंग में 2.90 लाख रुपए खर्च हुए। इसे लेकर कांग्रेस ने सदन में सवाल लगाया था। इतनी अधिक राशि खर्च होने पर कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा किया। उन्होंने कहा कि आगे से हम भी फाइव स्टार होटल में मीटिंग कर लेंगे और बिल लगा देंगे। यह परंपरा गलत है।