उज्जैन : ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी गंगा दशहरे पर उज्जैन में जूना अखाड़ा घाट नीलगंगा सरोवर पर चारों ओर सनातन की ध्वज पताका लहराई। मंगलवार सुबह अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक महंत हरिगिरी महाराज ने वर्षों की परंपरा का निर्वहन किया। पहले भव्य पेशवाई निकाली गई। फिर सैकड़ों साधु-संतों के साथ नीलगंगा सरोवर में जूना अखाड़ा नीलगंगा के देवता को स्नान कराया गया। फिर नीलगंगा सरोवर में उन्होंने स्नान किया। 

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा नीलगंगा सरोवर पर हर साल गंगा दशहरे पर शाही स्नान, पेशवाई, अभिषेक पूजन और महाआरती के साथ ही भंडारे का भव्य आयोजन होता है। मंगलवार सुबह भी नीलगंगा स्थित जूना अखाड़ा शिवांजलि गार्डन से ध्वज पूजन के साथ पेशवाई की शुरुआत हुई। साधु-संतों ने शस्त्रों के साथ अपना कौशल दिखाया। घोड़े और बग्गी में सवार होकर महामंडलेश्वर निकले। पेशवाई प्रमुख मार्गों से होती हुई जूना अखाड़ा नीलगंगा सरोवर । वहां साधु-संतों ने शाही स्नान किया।  श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा ने सिंहस्थ 2016 के बाद 2017 से नीलगंगा स्थित जूना अखाड़ा घाट पर गंगा दशहरा उत्सव की शुरुआत की थी। इसका निर्वहन बखूबी किया जा रहा है। 

शाम को महाआरती और विशाल भंडारा
मंगलवार शाम को मां नीलगंगा की महाआरती के साथ ही संतों ओर भक्तजनों का विशाल भंडारा आयोजित किया जा रहा है। इंदौर से आए संगीत दल की शिव स्तुति एवं निनाद नृत्य अकादमी की बालिकाओं की ओर से गंगा स्तुति की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। गंगा दशहरा महोत्सव में मां नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पण की जाएगी। इस दौरान भव्य आतिशबाजी भी होगी।