मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार का एक बयान सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल अजित पवार पर एकनाथ शिंदे गुट के सांसद कृपाल तुमाने ने भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया था। इसी पर पलटवार करते हुए अजित पवार ने तुमने से कहा था कि अगर आरोप साबित हुए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। कृपाल तुमाने ने अजित पवार पर यह हमला उन खबरों के बाद किया गया था। जिसमें कहा गया था कि अजित पवार ने पिछले सप्ताह नागपुर में हुई एक बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वह पिछले साल शिवसेना में हुई बगावत और उसमें कथित पैसे की ताकत को नहीं भूलें। नागपुर की बैठक में अजित पवार ने शिवसेना की बगावत का हवाला देते हुए वोटरों से गद्दारों को सबक सिखाने की बात कही थी। इस पर कृपाल तुमने ने कहा था कि अजित पवार को पहले यह बताना चाहिए कि उन्होंने राज्य के वित्त मंत्री रहते हुए कितने खोके (पैसे) जमा किए। तुमाने ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि अजित पवार पैसे लिए बिना कोई काम नहीं करते है।
तुमाने के बयान पर अजित पवार ने पुणे से उन पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। साथ ही उन्होंने लोकसभा सदस्य को चुनौती दी कि वह उनके खिलाफ लगाए गए आरोप को वह साबित करें। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो फिर ‘कल से घर बैठ जाएं। वहीं लोकसभा चुनाव पर बोलते हुए कृपाल तुमाने ने कहा कि हम बीजेपी के साथ गठबंधन में ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। आने वाले तीन महीनों में चुनाव को लेकर बीजेपी और शिवसेना की संयुक्त बैठकें होंगी।एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में कुछ छोटे मुद्दों को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। सत्ताधारी दल ऐसी चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो चिंता का विषय है। अहमदनगर में एक जुलूस के दौरान 17वीं शताब्दी के मुगल बादशाह औरंगजेब की तस्वीर लहराए जाने की घटना तथा कोल्हापुर में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर टीपू सुल्तान की तस्वीर तथा आपत्तिजनक ऑडियो संदेश सोशल मीडिया स्टेटस पर पोस्ट किए जाने की घटना की पृष्ठभूमि में पवार का यह बयान आया है।