भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है। संगठन ने राज्य के वोटर्स तक अपनी बात सही तरीके से पहुंचाने के लिए अर्ध पन्ना प्रमुख बनाने पर काम करना शुरू कर दिया है। इससे पहले तक पार्टी पन्ना प्रमुख बनाती थी।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने पूरी वोटर लिस्ट के हर पन्ने पर एक वालंटियर तैनात करने काम शुररू कर दिया है। हर पन्ने पर दर्ज 30 लोगों में से ही किसी एक समर्थक में से ही किसी एक व्यक्ति को बतौर वालंटियर नियुक्त किया जाएगा। इस वालंटियर पर बाकी 29 लोगों को पार्टी के पक्ष में वोट करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी ने इसके लिए बाकायदा एक ऑनलाइन अभियान भी शुरू किया है। भाजपा के एक नेता के मुताबिक अर्ध पन्ना प्रमुख होने से ज्यादा लोगों को यह जिम्मेदारी मिलेगी। जिम्मेदारी मिलने पर कार्यकर्ता चुनाव को लेकर ज्यादा गंभीर भी होंगे। अर्ध पन्ना प्रमुख के अलावा भाजपा पन्ना समिति भी बना रही है। हर समिति में 5 से 7 लोग होंगे। वरिष्ठ नेता का कहना है कि भाजपा ने इन पन्ना प्रमुखों की वजह से ही प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी घर-घर पहुंची है। गुजरात में सफलता मिलने के बाद इस मॉडल पर मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में काम किया जा रहा है। यही वजह है कि इस मॉडल को अपनाते हुए भाजपा प्रदेश के सभी 64 हजार 100 बूथों पर अपने समर्थक, सहयोगी, शुभचिंतकों और कार्यकर्ताओं को तैनात करने में जुटी हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुताबिक चुनावों को देखते हुए भाजपा संगठन मैदान स्तर पर पूरी तैयारियों के साथ जुटा हुआ है। बूथ सशक्तिकरण, बूथ समिति और पन्ना प्रमुख हमारी मूल ताकत हैं। हर बूथ पर भाजपा का वोट शेयर 51 फीसदी करने का अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के चलते अभी तक 19 लाख से ज्यादा लोगों को संगठन एप से जोडऩे की तैयारी है। पांच लाख से ज्यादा लोग इसमें जुड़ चुके है। सीएम, मंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक बूथों पर पहुंच रहे हैं।
महज एक क्लिक पर उपलब्ध होंगे गांव के पन्ना प्रमुख
भाजपा ने अपने संगठन ऐप में इन सभी वालंटियर्स का पूरी जानकारी जिसमें नाम, पता, उम्र, शिक्षा, फोटो और उनका मोबाइल नंबर फीड करने का काम कर रही है। गांव, जिले से लेकर भोपाल और दिल्ली के पदाधिकारी एक क्लिक पर किसी भी गांव के पन्ना प्रमुख की जानकारी निकाल सकेंगे। इसके अलावा उससे संपर्क कर सकेंगे। पार्टी की योजना उनसे समय-समय पर संवाद और संपर्क करने भी है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश के अलावा चुनाव के संदर्भ में अन्य सामग्री भी भेजी जाएगी। भाजपा इस तरह के मॉडल का उपयोग पहले गुजरात में कर चुकी है। वहां मिली सफलता के बाद संगठन इसे मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में लागू करने का निर्णय लिया है।