सुलतानपुर। झोपड़ी में खाना बनाते समय अचानक आग लग गई। आग की लपटों में घिरने से दिव्यांग की जलकर मौत हो गई। मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया। वहीं जानकारी मिलने पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।

यह है मामला

क्षेत्र के मड़हा गांव निवासी संतराम कोरी गुरुवार की सुबह खाना बना रहे थे। इसी बीच चूल्हे की चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। देखते ही देखते आग विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे एक वर्ष पूर्व लकवा की वजह से एक पैर से दिव्यांग हुए संतराम आग की लपटों में घिर गए और बाहर नहीं निकल सके। जब तक आसपास के लोग पहुंचे, तबतक उनकी छप्पर के अंदर जलकर मौत हो गई थी। आग के लपटों से पास में स्थित हृदयराम कोरी व भवानी प्रसाद कोरी के छप्पर में आग लग गई। इससे इनकी गृहस्थी जल कर राख हो गई। ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची, लेकिन तबतक तेज हवा के बावजूद ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था।

खाना बनाने को मजबूर थे संतराम

संतराम कोरी का भरा पूरा परिवार है फिर भी अकेले खाना बनाने को मजबूर थे। उनके तीन बच्चे सुरजीत, बबलू, सुनील हैं। इनमें सुरजीत व बबलू की शादी हो चुकी है। दो लड़कियां चन्द्रावती व पूजा भी शादीशुदा हैं। संतराम की शादी बल्दीराय क्षेत्र के दाऊदपुर वलीपुर में हुई है। पत्नी लल्लीदेवी तीन दिन पहले मायके गई थी। सुरजीत व बबलू परिवार के साथ ननिहाल में रहते हैं। संतराम की मौत के बाद पत्नी लल्ली देवी का रो- रोकर बुरा हाल है।